- अपने अज्ञान की सतत तलाश है शिक्षा :
प्राचीन काल से लेकर आज तक सभ्यताओं ने निरंतर रूप से परिवर्तनों को हमारे साथ साझा किया है ,संस्कृतियों ने पल -पल नई करवटे ली है ! समय का चक्र निरंतर रहा है ,किन्तु यदि इन सब में देखा जाए तो क्या नहीं बदला ! वह है मानव जीवन का विकास क्रम के साथ उसकी कभी न रुकने वाली यात्रा !
परिवर्तन और विकास प्रकृति के शाश्वत नियम है ! इसी सिद्धांत के अनुरूप स्वयं को ढाल कर मानव आदिम युग से शुरू कर आज मशीनी युग में पहुंच चूका है !
मानव को अधिक समझदार एवं परिपक्क्व बनाने में शिक्षा की भूमिका हर युग में बेहद प्रभावी रही है !चाहे किसी भी पहलु में देखे ,अनौपचारिक रूप से घर - बाहर ,माता - पिता , दादी -नानी ,पड़ोसियों द्वारा सिखाये गए सबक हो या वैदिक, वाचिक परम्परा से मदरसे तक की औपचारिक शिक्षा पद्धतियां , आप बिना किसी निर्बाध संदेह अथवा संकोच के पाएंगे कि शिक्षा का मानव व्यक्तित्व के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है!
- प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए नितांत आवश्यक है अंग्रेजी का ज्ञान :
जैसा की पहले ही बताया जा चूका है कि शिक्षा का मानव विकास में महत्त्व पूर्ण योगदान रहा है ,साथ ही परिवर्तन एक सहज प्रक्रिया है जो अनवरत चलती ही जारही है !
वर्तमान परिदृश्य में देखा जाये तो अंग्रेजी भाषा एक अति शिष्ट भाषा है ,जिसमे छोटी - छोटी बातो के लिए भी सम्बोधनों का प्रयोग निहित है ! इन सबके अलावा अंग्रेजी वैश्विक रूप से अंतर्राष्ट्रीय भाषा का दर्ज़ा प्राप्त किये हुए है ,जो कि न केवल भारत में बरन सम्पूर्ण विश्व में रोज़गारों के समुचित अवसर प्रदान करती है !
- उद्देश्य "सीखना" प्रयास है 'सिखाना ':
इस ब्लॉग के माध्यम से मै स्वयं कुछ नया सीखने का प्रयत्न कर रहा हु ,साथ ही आप सभी को जो कुछ भी थोड़ा बहुत इस विदेशी भाषा के बारे में जानता हु ,उसे इसको सीखने की इक्छा रखने वालो के साथ साझा कर 'सिखाने का प्रयास करूंगा ! मुझे आशा ही नहीं वरन पूर्ण विश्वास है कि मेरे इस प्रयास को आप सभी अपने प्रेम एवं 'सराहना 'से सफल बनायेगे !
धन्यवाद !
आपका
अनूप कुमार सोनी
तो शुरू करते है एक नई एवं विशिष्ट भाषा को सीखने का पहला कदम :-
सर्वप्रथम हम आज "NOUN " संज्ञा - के बारे में जानेगे -
NOUN - परिभाषा - A "NOUN"is the name of any Person ,Place Or things .
वह शब्द जो किसी प्राणी ,स्थान वस्तु गुण ,अवस्था अथवा कार्य के नाम का बोध कराता हो ,उसे NOUN (संज्ञा ) कहते है !
EXAMPLE (उदाहरण ):-
RAM , (एक व्यक्ति (पर्सन) का नाम है )
BOOK (एक वस्तु का नाम है )
SAGAR (एक स्थान का नाम है )
- अंग्रेजी ग्रामर के अनुसार noun (संज्ञा )पांच प्रकार की होती है !
"Kinds Of NOUN "
- There are five kinds of noun :(संज्ञाएँ पांच प्रकार की होती है !)
1 - Proper noun (प्रॉपर नाउन )
2 - Common Noun (कॉमन नाउन )
3 -Collective Noun (कलेक्टिव नाउन )
4 -Material Noun (मटेरियल नाउन )
5 -Abstract Noun (एब्स्ट्रैक्ट नाउन )
- there are five kinds of
Noun
-
1-Proper –noun :Name of any
special person ,things or place called proper noun.
example :- Tendulkar -, Kapil Dev -, Bhopal
-,India etc.
2- Common –noun :A Common
noun is used to name general things ,places , ideas ,events or people .It
refers to things in general terms not in specific terms .
examples :- Every
state has their different rules .
:- The sky looks beautiful in
the morning .
3 –Collective noun:-
Collective –nouns are names for a collection or a number of people or things.
Examples :- A flock of
sheep. --- A hive of bees .
:- A herd of deer . --- A litter of puppies.
:- An army of ants . ---A pack of hounds.
4- Material –noun :- The
name of all the non-living things are Material – Noun.
example :- Television ,--- Fan ---- Ball
----bat ,---- Cap ..etc.
5- Abstract – Noun:- Nouns
that refers to objects you can experience with your five senses. An abstract
noun is intangible .It can identify concepts ,Experiences , Ideas ,Qualities and
Feelings .
Example: Happiness ,--
joys , sorrow , emotions etc.
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